मन अनगिन भावों की गठरी मन की रेल चले बिन पटरी। मन-मनमानी, मन-नादानी, मन - चंचलता, मन-शैतानी। मन-असमंजस, मन-चिंताएं, मन- विवशता, मन-आशाएं। मन समझाईश, मन हठ, मन-मीठापन, मन-कड़वाहट। मन-अच्छा, मन-खराब, मन-सच्चा, मन-दुराव। मन-राही, मन - पड़ाव, मन-पीड़ा, मन - बहाव। मन-सांसत, मन-राहत, मन-बेचैनी, मन-अकुलाहट। मन-शीशा, मन-चटकन, मन-गलियारा, मन-भटकन। मन-आधार, मन-संसार, मन-जिज्ञासा, मन-विचार। मन की बातें, मन ही जाने, मन की बोली, मन पहचाने। मन-दुविधा, मन-उजास, मन-हर्ष, मन-उल्लास। मन-दृढ़ता, मन - चंचल, मन-कायरता, मन-संबल। मन-उजियारा, मन - बेरंग, मन- अंधियारा, मन-सतरंग। मन–गीत, मन-संगीत, मन-बैर, मन-प्रीत। मन-झंझा, मन-कोहराम, मन-थकन, मन-विश्राम। मन-संकोच, मन-उलझन, मन - विश्वास, मन - सुलझन। मन-पतझड़, मन-सावन, मन-सहरा, मन-उपवन। मन-निःशब्द, मन-अज्ञान, मन-सोच, मन - संज्ञान। मन एक, रंग अनेक, मन पर भारी, मन की टेक। मन-भागे, मन-ठहरे, मन - चट्टान, मन-लहरें। मन-खोह, मन-सुरंग, मन-आकाश, मन-पतंग। मन-सूक्ष्मता, मन-वैराट्य, मन-बंधन, मन-वैराग्य। ~नेहा दशोरा
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