तेरे जमीं आसमां
तेरी ज़मीं आसमां तू ही है, तेरी खुशी कहकहा तू ही है। तेरा हर आंसू है तेरी बदौलत, तू ही है दुनिया में तेरी दौलत। तू जो रुके, तेरी दुनिया रुकेगी, गर चल पड़े, तुझे मंज़िल मिलेगी। तेरा भरोसा है तेरी ताकत, तेरी ज़िद ही है तेरी हिम्मत। थाम के अपना हाथ तू चलना, 'औ' गिर पड़े तो फिर से सम्हलना। राहों में तेरी शूल भी होंगे, चुन लेना कुछ फूल भी होंगे। तेरे दर्द हैं तुझको ही सहना, अपने गम बस खुद से कहना। तेरी आहे हैं तेरी अमानत, तेरी है बस, तेरी खिलखिलाहट। तेरे सपनों की जान है तू, ख़्वाबों की ऊंची उड़ाने है तू। तू ही है एक तेरा सहारा हैं, तुझ सा न कोई होगा दोबारा। – नेहा दशोरा